SRJHINDINEWS Telegram 150369
एस्सार ग्रुप के को-फाउंडर शशि रुइया का निधन:80 साल के थे शशि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जताया दुख
https://www.bhaskar.com/business/news/essar-group-co-founder-shashi-ruia-passes-away-134020954.html

एस्सार ग्रुप के को-फाउंडर शशि रुइया का 25 नवंबर, 2024 को निधन हो गया। वह 80 वर्ष के थे। 26 नवंबर को दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक शशि रुइया का पार्थिव शरीर रुइया हाउस में रखा गया। अंतिम यात्रा रुइया हाउस से शाम 4 बजे हिंदू वर्ली श्मशान के लिए निकली। फर्स्ड जनरेशन एंटरप्रेन्योर शशि ने 1965 में अपने पिता नंद किशोर रुइया के मार्गदर्शन में अपना करियर शुरू किया था। 1969 में शशि ने भाई रवि रुइया ने एस्सार ग्रुप की स्थापना की थी। कंपनी ने चेन्नई पोर्ट में एक आउटर ब्रेकवाटर के निर्माण के साथ अपने ऑपरेशन शुरू किए थे। PM मोदी ने निधन पर जताया शोक
रुइया के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उद्योग जगत में वे एक महान हस्ती थे। उन्होंने कहा कि उनके दूरदर्शी नेतृत्व और उत्कृष्टता के प्रति अटूट प्रतिबद्धता ने भारत के व्यापार परिदृश्य को बदल दिया। उन्होंने उनके निधन को बेहद दुखद बताया।
मोदी ने एक्स पर कहा "उन्होंने इनोवेशन और विकास के लिए उच्च मानक भी स्थापित किए। वह हमेशा विचारों से भरे रहते थे और हमेशा इस बात पर चर्चा करते थे कि हम अपने देश को कैसे बेहतर बना सकते हैं।" नेशनल बॉडीज और इंडस्ट्री एसोसिएशन्स में भी थे रुइया
रुइया कई महत्वपूर्ण नेशनल बॉडीज और इंडस्ट्री एसोसिएशन्स में थे। वह फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) की मैनेजिंग कमेटी में थे। वह भारत-अमेरिका जॉइंट बिजनेस काउंसिल के चेयरमैन भी रहे हैं। रुइया प्रधानमंत्री के भारत-अमेरिका सीईओ फोरम और भारत-जापान बिजनेस काउंसिल के सदस्य थे। 50 से ज्यादा देशों में फैला है एस्सार ग्रुप का बिजनेस
कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट के अनुसार कंपनी का बिजनेस 50 से ज्यादा देशों में फैला हुआ है। कंपनी एनर्जी, मेटल एंड माइनिंग, इन्फ्रास्ट्रक्चर, टेक्नोलॉजी और सर्विसेज के सेक्टर में काम करती है। शशि रुइया को बिजनेस इंडिया बिजनेसमैन ऑफ द ईयर अवार्ड 2010 से भी सम्मानित किया गया था।



tgoop.com/SRJHindiNews/150369
Create:
Last Update:

एस्सार ग्रुप के को-फाउंडर शशि रुइया का निधन:80 साल के थे शशि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जताया दुख
https://www.bhaskar.com/business/news/essar-group-co-founder-shashi-ruia-passes-away-134020954.html

एस्सार ग्रुप के को-फाउंडर शशि रुइया का 25 नवंबर, 2024 को निधन हो गया। वह 80 वर्ष के थे। 26 नवंबर को दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक शशि रुइया का पार्थिव शरीर रुइया हाउस में रखा गया। अंतिम यात्रा रुइया हाउस से शाम 4 बजे हिंदू वर्ली श्मशान के लिए निकली। फर्स्ड जनरेशन एंटरप्रेन्योर शशि ने 1965 में अपने पिता नंद किशोर रुइया के मार्गदर्शन में अपना करियर शुरू किया था। 1969 में शशि ने भाई रवि रुइया ने एस्सार ग्रुप की स्थापना की थी। कंपनी ने चेन्नई पोर्ट में एक आउटर ब्रेकवाटर के निर्माण के साथ अपने ऑपरेशन शुरू किए थे। PM मोदी ने निधन पर जताया शोक
रुइया के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उद्योग जगत में वे एक महान हस्ती थे। उन्होंने कहा कि उनके दूरदर्शी नेतृत्व और उत्कृष्टता के प्रति अटूट प्रतिबद्धता ने भारत के व्यापार परिदृश्य को बदल दिया। उन्होंने उनके निधन को बेहद दुखद बताया।
मोदी ने एक्स पर कहा "उन्होंने इनोवेशन और विकास के लिए उच्च मानक भी स्थापित किए। वह हमेशा विचारों से भरे रहते थे और हमेशा इस बात पर चर्चा करते थे कि हम अपने देश को कैसे बेहतर बना सकते हैं।" नेशनल बॉडीज और इंडस्ट्री एसोसिएशन्स में भी थे रुइया
रुइया कई महत्वपूर्ण नेशनल बॉडीज और इंडस्ट्री एसोसिएशन्स में थे। वह फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) की मैनेजिंग कमेटी में थे। वह भारत-अमेरिका जॉइंट बिजनेस काउंसिल के चेयरमैन भी रहे हैं। रुइया प्रधानमंत्री के भारत-अमेरिका सीईओ फोरम और भारत-जापान बिजनेस काउंसिल के सदस्य थे। 50 से ज्यादा देशों में फैला है एस्सार ग्रुप का बिजनेस
कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट के अनुसार कंपनी का बिजनेस 50 से ज्यादा देशों में फैला हुआ है। कंपनी एनर्जी, मेटल एंड माइनिंग, इन्फ्रास्ट्रक्चर, टेक्नोलॉजी और सर्विसेज के सेक्टर में काम करती है। शशि रुइया को बिजनेस इंडिया बिजनेसमैन ऑफ द ईयर अवार्ड 2010 से भी सम्मानित किया गया था।

BY हिंदी न्यूज़ चैनल (Hindi News Channel)


Share with your friend now:
tgoop.com/SRJHindiNews/150369

View MORE
Open in Telegram


Telegram News

Date: |

best-secure-messaging-apps-shutterstock-1892950018.jpg Informative Over 33,000 people sent out over 1,000 doxxing messages in the group. Although the administrators tried to delete all of the messages, the posting speed was far too much for them to keep up. Write your hashtags in the language of your target audience. More>>
from us


Telegram हिंदी न्यूज़ चैनल (Hindi News Channel)
FROM American