सुनो ना जॉन
तुम वक्त बेवक्त याद आते हो
क्यों हमे तुम इतना तड़पाते ही
बेचैन हमे तुम यूं कर जाते हो
ख्वाबों में आ कर हमे सताते हो
साथ रह कर प्यार जताते हो
परछाई की तरह चले जाते हो
दर्द ए दिल अपना तुम छुपाते हो
बातों से अपनी तुम हमे हंसाते हो
मुश्किलों में तुम हमेशा साथ रहे
अब खुद को तुम रोज आजमाते हो
Irfan...✍️
तुम वक्त बेवक्त याद आते हो
क्यों हमे तुम इतना तड़पाते ही
बेचैन हमे तुम यूं कर जाते हो
ख्वाबों में आ कर हमे सताते हो
साथ रह कर प्यार जताते हो
परछाई की तरह चले जाते हो
दर्द ए दिल अपना तुम छुपाते हो
बातों से अपनी तुम हमे हंसाते हो
मुश्किलों में तुम हमेशा साथ रहे
अब खुद को तुम रोज आजमाते हो
Irfan...✍️
👍1
सुनो जॉन
या रब ऐसी कोई बाद ए सबा चले
किस हाल में है मेरी जॉन पता चले
Irfan...✍️
या रब ऐसी कोई बाद ए सबा चले
किस हाल में है मेरी जॉन पता चले
Irfan...✍️
👍3
सुनो ना जॉन
दिल मैं लिए दर्द चेहरे से मुस्कुराए थे
शब ए फिराक की रात रो रो के गुजारे थे
Irfan...✍️
दिल मैं लिए दर्द चेहरे से मुस्कुराए थे
शब ए फिराक की रात रो रो के गुजारे थे
Irfan...✍️
👍1
सुनो तो...
तेरे बगैर देख मेरा क्या हाल हुआ है
मेरा जीना भी अब मुहाल हुआ है
कम्भख्त मौत भी तो अब आती नहीं
फरिश्तों को भी शायद प्यार हुआ है
Irfan...✍️
तेरे बगैर देख मेरा क्या हाल हुआ है
मेरा जीना भी अब मुहाल हुआ है
कम्भख्त मौत भी तो अब आती नहीं
फरिश्तों को भी शायद प्यार हुआ है
Irfan...✍️
सुनो जॉन ए जॉना
तेरे हर गम से हम वाबस्ता है
मुश्किल है मंजिल एक रास्ता है
Irfan...✍️ G00d night
तेरे हर गम से हम वाबस्ता है
मुश्किल है मंजिल एक रास्ता है
Irfan...✍️ G00d night
सुनो जॉन
माना के तेरी मोहब्बत के हम काबिल नहीं
कदर पूछ लो उनसे जिसे हम हासिल नहीं
Irfan...✍️
माना के तेरी मोहब्बत के हम काबिल नहीं
कदर पूछ लो उनसे जिसे हम हासिल नहीं
Irfan...✍️
👍1
सुनो जॉन ए बहारा
मुझे हर हाल में तेरा साथ निभाना है
तेरे साथ ही जीना है तेरे साथ मरना है
Irfan ..✍️
मुझे हर हाल में तेरा साथ निभाना है
तेरे साथ ही जीना है तेरे साथ मरना है
Irfan ..✍️
❤4👍1
Suno
मुस्कुराते चेहरे को रुला देता है
ये इश्क है मुर्शद
बिना ज़ख्म के दर्द बड़ा देता है
Irfan...✍️
मुस्कुराते चेहरे को रुला देता है
ये इश्क है मुर्शद
बिना ज़ख्म के दर्द बड़ा देता है
Irfan...✍️
👍2
सुनो जान ए जॉना
तुमने तो मेरी मोहब्बत का भ्रम तोड़ दिया
किसी के लिए तुमने अपना साथ छोड़ दिया
Irfan...✍️
तुमने तो मेरी मोहब्बत का भ्रम तोड़ दिया
किसी के लिए तुमने अपना साथ छोड़ दिया
Irfan...✍️
👍1
सुनो जान
इतना भी वक्त नहीं उसके पास
धड़कने बढ़ रही है रुक रही सांस
हम तो सिर्फ उनकी जिंदगी में है
और हमसे भी ज्यादा है कोई खास
Irfan...✍️
इतना भी वक्त नहीं उसके पास
धड़कने बढ़ रही है रुक रही सांस
हम तो सिर्फ उनकी जिंदगी में है
और हमसे भी ज्यादा है कोई खास
Irfan...✍️
👍4
सुनो जॉना
एक हल्की आहट हुई और तुमने साथ छोड़ दिया
मुश्किल से संभाला था दिल को तुमने तोड़ दिया
ये अश्क भी आजाद हो गए मेरी आंखों से अब
सब्र क्या बहुत और इंतजार करना छोड़ दिया
Irfan...✍️
एक हल्की आहट हुई और तुमने साथ छोड़ दिया
मुश्किल से संभाला था दिल को तुमने तोड़ दिया
ये अश्क भी आजाद हो गए मेरी आंखों से अब
सब्र क्या बहुत और इंतजार करना छोड़ दिया
Irfan...✍️
👍3
सुनो जॉना...
अब तो मेरी मोहब्बत का भ्रम रखना
मुझ पर अपनी नजर ए करम रखना
Irfan...✍️
अब तो मेरी मोहब्बत का भ्रम रखना
मुझ पर अपनी नजर ए करम रखना
Irfan...✍️
👍2
सुनो जॉना
तुम मुकम्मल किसी के हो जाओ
खौफ है उसका उसके रहो तुम
यूं जुल्म ना करो मुझ पर तुम
प्यार है मुझ से तो मेरे हो जाओ
Irfan...✍️
तुम मुकम्मल किसी के हो जाओ
खौफ है उसका उसके रहो तुम
यूं जुल्म ना करो मुझ पर तुम
प्यार है मुझ से तो मेरे हो जाओ
Irfan...✍️
👍4
फिर न होश में रहा न गुमान में रहा
मैं महफिलों में रहकर विराम में रहा
न खबर, मुझे, मेरे होशो गुमान की
इंसान भी कहा अब इंसान में रहा
कोई पुकारता मुझे , मै खो गया हूं क्या,
और आखिर तक मैं भी, पैगाम में रहा
उसकी जिंदगी का किस्सा बना ऐसे के
उसकी जिंदगी में शायद, बस नाम में रहा
जिसको बनाया अपना उसकी जिंदगी में,
फिर मै अच्छा भला खासा मेहमान में रहा
फिर आप तो मुझे मेरा अपना कहते है
और ये वक्त जरा देखो मैं ध्यान न रहा
सत्यम तिवारी❤️✍
मैं महफिलों में रहकर विराम में रहा
न खबर, मुझे, मेरे होशो गुमान की
इंसान भी कहा अब इंसान में रहा
कोई पुकारता मुझे , मै खो गया हूं क्या,
और आखिर तक मैं भी, पैगाम में रहा
उसकी जिंदगी का किस्सा बना ऐसे के
उसकी जिंदगी में शायद, बस नाम में रहा
जिसको बनाया अपना उसकी जिंदगी में,
फिर मै अच्छा भला खासा मेहमान में रहा
फिर आप तो मुझे मेरा अपना कहते है
और ये वक्त जरा देखो मैं ध्यान न रहा
सत्यम तिवारी❤️✍
सुनो
जो कदम से कदम मिला ना सका
अपना रिश्ता वो निभा ना सका
उम्मीद उससे मै आखिर क्या करता
मैं उसके साथ सफर मैं चल ना सका
Irfan...✍️
जो कदम से कदम मिला ना सका
अपना रिश्ता वो निभा ना सका
उम्मीद उससे मै आखिर क्या करता
मैं उसके साथ सफर मैं चल ना सका
Irfan...✍️
सुनो
तुझ से उम्मीद ए वफ़ा करना फुजूल है
तूने समझ लिया कदमों की धूल है
तुम से मोहब्बत की ये मेरी भूल है
छोड़ कर जाना तो रस्म ए उसूल है
Irfan....✍️
तुझ से उम्मीद ए वफ़ा करना फुजूल है
तूने समझ लिया कदमों की धूल है
तुम से मोहब्बत की ये मेरी भूल है
छोड़ कर जाना तो रस्म ए उसूल है
Irfan....✍️
❤1👍1
और सोचने जैसा कुछ बचा ही नहीं,
और फिर ऐसा कि कुछ हुआ भी नहीं
और तो, मैने गुलाब को, खिलते देखा है,
फिर न, उसको तोड़ा, और छुआ भी नहीं
फिर उसने कहा तो ठीक ही कुछ कहा होगा,
सब कुछ कहकर भी कहती, बद्दुआ भी नहीं
ये चाहत गुलाबों की यहां तो सब रखते है,
और कैसे कहते हो कांटों को चुभा ही नहीं!!
मैंने खोया था बोलकर सब अपना ऐसे के,
फिर कोई लुटकर मोहब्बत में लुटा भी नहीं,
उसको पूछा इक रोज , भला क्या कैसा था,
नाराजगी ऐसी कि, और फिर वजह भी नहीं,
फिर कहकर रोनी आंखों से क्या कहती वो
एक बार निकली तो,वापस में सुना भी नहीं
तिवारी ये मोहब्बत तुम्हारी जां ले जाएगी,
तिवारी कलम को तो तुमसे वफ़ा भी नहीं
सत्यम तिवारी🙏✍️
और फिर ऐसा कि कुछ हुआ भी नहीं
और तो, मैने गुलाब को, खिलते देखा है,
फिर न, उसको तोड़ा, और छुआ भी नहीं
फिर उसने कहा तो ठीक ही कुछ कहा होगा,
सब कुछ कहकर भी कहती, बद्दुआ भी नहीं
ये चाहत गुलाबों की यहां तो सब रखते है,
और कैसे कहते हो कांटों को चुभा ही नहीं!!
मैंने खोया था बोलकर सब अपना ऐसे के,
फिर कोई लुटकर मोहब्बत में लुटा भी नहीं,
उसको पूछा इक रोज , भला क्या कैसा था,
नाराजगी ऐसी कि, और फिर वजह भी नहीं,
फिर कहकर रोनी आंखों से क्या कहती वो
एक बार निकली तो,वापस में सुना भी नहीं
तिवारी ये मोहब्बत तुम्हारी जां ले जाएगी,
तिवारी कलम को तो तुमसे वफ़ा भी नहीं
सत्यम तिवारी🙏✍️
👍2
सुनो तुम...
इंतजार का गुजरता अब कारवां नहीं
उसे अब मोहब्बत की परवाह नहीं
मेरी अहमियत क्या है तेरी नजरों में
मैं आम इंसान कोई अजूबा आठवां नहीं
तेरी इज्जत का रखना है मुझे खयाल
महफिलों मै करना तुझे कभी रुसवा नहीं
इश्क को दे करार अगर गुनाह ज़माना
मैं मानता ऐसा कोई भी फतवा नहीं
मोहब्बत दिखाती है मोहब्बत कितनी है
मोहब्बत मै तड़प नहीं कोई शिकवा नहीं
Irfan...✍️
इंतजार का गुजरता अब कारवां नहीं
उसे अब मोहब्बत की परवाह नहीं
मेरी अहमियत क्या है तेरी नजरों में
मैं आम इंसान कोई अजूबा आठवां नहीं
तेरी इज्जत का रखना है मुझे खयाल
महफिलों मै करना तुझे कभी रुसवा नहीं
इश्क को दे करार अगर गुनाह ज़माना
मैं मानता ऐसा कोई भी फतवा नहीं
मोहब्बत दिखाती है मोहब्बत कितनी है
मोहब्बत मै तड़प नहीं कोई शिकवा नहीं
Irfan...✍️
सुनो
कल के हालात कुछ ऐसे थे
हम तो खामोश ही अच्छे थे
Irfan...✍️ G00d night
कल के हालात कुछ ऐसे थे
हम तो खामोश ही अच्छे थे
Irfan...✍️ G00d night
👍3
Suno
तुम्हारी नजरों में है सिर्फ रिश्तों का selection
मेरी मोहब्बत है तुम्हारे लिए महज एक option
Irfan...✍️
तुम्हारी नजरों में है सिर्फ रिश्तों का selection
मेरी मोहब्बत है तुम्हारे लिए महज एक option
Irfan...✍️