सुनो तो
नजरों मै आपकी खुद को गिरा रहे है
बनाजरो की नजर से तुझे बचा रहे है
तुझे भी ये एहसास होता मेरे हमदम
हम हर पल तुम पर मरे जा रहे है
Irfan...✍️
नजरों मै आपकी खुद को गिरा रहे है
बनाजरो की नजर से तुझे बचा रहे है
तुझे भी ये एहसास होता मेरे हमदम
हम हर पल तुम पर मरे जा रहे है
Irfan...✍️
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सुनो
बिना ढूंढने से तो खुदा भी नहीं मिलता
बिना उसके इशारे पत्ता भी नहीं हिलता
अपनों का दिया ज़ख्म कोई नहीं सिलता
बंजर दिलों मै कभी फूल नहीं खिलता
हर मुश्किलों का का रास्ता है निकलता
फिर क्यों गुनाहों की तरफ है फिसलता
Irfan...✍️
बिना ढूंढने से तो खुदा भी नहीं मिलता
बिना उसके इशारे पत्ता भी नहीं हिलता
अपनों का दिया ज़ख्म कोई नहीं सिलता
बंजर दिलों मै कभी फूल नहीं खिलता
हर मुश्किलों का का रास्ता है निकलता
फिर क्यों गुनाहों की तरफ है फिसलता
Irfan...✍️
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