✨✨✨✨✨✨✨✨✨
अर्ज किया है कि,
हमने....
ठहरे पानी पर,
पत्थर के निशान देखा है.....
कि हमने.... ठहरे पानी पर,
पत्थर के निशान देखा है........ !
टूटते हुए तारों से भी,
रौशन आसमान देखा है......!!
सपनों में भी देखते थे,
अपना रौशन जहान.......
कि हमतो....सपनों में भी देखते थे,
अपना रौशन जहान......!
आँखें खुलते ही,
अपने ख्वाबों को....
होते वीरान देखा है!!
#अल्फ़ाज़_ए_सुकृति 🫥🫶✍
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अर्ज किया है कि,
हमने....
ठहरे पानी पर,
पत्थर के निशान देखा है.....
कि हमने.... ठहरे पानी पर,
पत्थर के निशान देखा है........ !
टूटते हुए तारों से भी,
रौशन आसमान देखा है......!!
सपनों में भी देखते थे,
अपना रौशन जहान.......
कि हमतो....सपनों में भी देखते थे,
अपना रौशन जहान......!
आँखें खुलते ही,
अपने ख्वाबों को....
होते वीरान देखा है!!
#अल्फ़ाज़_ए_सुकृति 🫥🫶✍
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कुछ इस कदर,
उनसे मोहब्बत का इकरार हुआ...!
पहली बार में ही,
उनकी आवाज से दिल बेकरार हुआ.... !!
शुरुआत से ही,
थोड़ा झगड़ा थोड़ा तकरार हुआ....!
और बातों ही बातों में,
उनको हमसे बेइंतेहा प्यार हुआ..... !!
वक़्त मानो थम-सा गया हो,
जब उनसे इश्क़ का इज़हार हुआ...... !
कुछ इस कदर,
उनसे मोहब्बत का इकरार हुआ!!
#अल्फ़ाज़_ए_सुकृति 🫥🫶✍
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कुछ इस कदर,
उनसे मोहब्बत का इकरार हुआ...!
पहली बार में ही,
उनकी आवाज से दिल बेकरार हुआ.... !!
शुरुआत से ही,
थोड़ा झगड़ा थोड़ा तकरार हुआ....!
और बातों ही बातों में,
उनको हमसे बेइंतेहा प्यार हुआ..... !!
वक़्त मानो थम-सा गया हो,
जब उनसे इश्क़ का इज़हार हुआ...... !
कुछ इस कदर,
उनसे मोहब्बत का इकरार हुआ!!
#अल्फ़ाज़_ए_सुकृति 🫥🫶✍
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अर्ज़ किया है कि,
बीते लम्हों का फिर से ,मैं दीदार कर बैठी,
बीते लम्हों का फिर से ,मैं दीदार कर बैठी...
इक अनजाने शक्स पर, अपना दिल हार बैठी....
मैं जानती थी की मंजर ऐसा भी आयेगा,
कि.........
मैं जानती थी की मंजर ऐसा भी आयेगा...
चाहतों का सफ़र इक दिन, यूँ ही थम-सा जायेगा....
कैसे कहूँ.....अपने बिखरे अरमानों की दास्तां......
कि एक बार फिर से,
मैं उससे प्यार कर बैठी!!
#अल्फ़ाज़_ए_सुकृति 🫥🫶❣
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अर्ज़ किया है कि,
बीते लम्हों का फिर से ,मैं दीदार कर बैठी,
बीते लम्हों का फिर से ,मैं दीदार कर बैठी...
इक अनजाने शक्स पर, अपना दिल हार बैठी....
मैं जानती थी की मंजर ऐसा भी आयेगा,
कि.........
मैं जानती थी की मंजर ऐसा भी आयेगा...
चाहतों का सफ़र इक दिन, यूँ ही थम-सा जायेगा....
कैसे कहूँ.....अपने बिखरे अरमानों की दास्तां......
कि एक बार फिर से,
मैं उससे प्यार कर बैठी!!
#अल्फ़ाज़_ए_सुकृति 🫥🫶❣
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Hii guys
Good morning
Send your shayari, post, picture and video
👇👇👇
@kkmprajapati_bot
I will post it on channel 😍😍
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