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मै अब जीत भी जाऊं तो दिल खुश नहीं होता",,
_____,,,,🖤🍁

मैंने जिस शख्स को हारा है,, वो अनमोल बहुत था.…!¡!😔🖇️🚬
तेरे चेहरे से है रौशन ये सारा आसमां,
कहो तो ये चांद बुझा दूं?
दिल में दबी है कुछ बाते अगर इजाजत हो तो मेरी जान बता दूं?

• दीपक
मुझे तुझसे कोई शिकवा या शिकायत नहीं,
शायद मेरे नसीब में तेरी चाहत नहीं,
मेरी तकदीर लिखकर खुदा भी मुकर गया,
मैंने पूछा तो बोला ये मेरी लिखावट ही नहीं।

• दीपक
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तेरे चेहरे से है रौशन ये सारा आसमां,
कहो तो ये चांद बुझा दूं?
दिल में दबी है कुछ बाते अगर इजाजत हो तो मेरी जान बता दूं?

• दीपक
किताबों की तरह बहुत से अल्फ़ाज़ हैं मुझमें,

किताबों की तरह बहुत ख़ामोश हूँ मैं ।।🙂
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आप वह दरवाज़े भी बंद देखेंगे जो कभी
सिर्फ आपके क़दमों की आहट से खुल जाते थे!!
धूप लगे तो सर को उसके आँचल से ढकना है,
पंसदीदा स्त्री के साथ हमे भी मैच देखने जाना है. ❤️🌻
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मै अब जीत भी जाऊं तो दिल खुश नहीं होता",,
_____,,,,🖤🍁

मैंने जिस शख्स को हारा है,, वो अनमोल बहुत था.…!¡!😔🖇️🚬
तेरी उलझन का हल ये सोचा है",,
_____,,,,☹️🖤

अब बिछड़ जाए हम तो अच्छा है.…!¡!😔🖇️🚬
जब्त_ए_गम ने बचा लिया वर्ना",,
______,,,,🖤🥀

हम कोई दास्तान हो जाते.…!¡!😔🖇️🚬
वो मुझे काफिरों में गिनते है",,
_____,,,,☹️🖤

जो नहीं जानते खुदा क्या है.…!¡!😔🖇️🚬
मर जाते है ये इस दिल में कई",,
_____,,,,🖤🍁

अरमानों के जनाजे उठा नहीं करते.…!¡!😔🖇️🚬
अपनी ही मोहब्बत से मुकरना पड़ा मुझे",,
_____,,,,☹️🖤

जब रोता देखा उसे किसी और के लिए.…!¡!😔🖇️🚬
और मंजर भी मुहैय्या थे बसारत को मगर",,
______,,,,🖤🍁

मेरी आंखों ने फकत आप का रस्ता देखा.…!¡!😔🖇️🚬
दुख दर्द से सदियों का ताल्लुक है हमारा",,
_____,,,,☹️🥀

आंखों की उदासी हमें विरासत में मिली है.…!¡!😔🖇️🚬
खाएं जाती थी कोई फ़िक्र उसे",,
_____,,,,☹️🥀

ऐसे हंसता था जैसे रोया हो.…!¡!😔🖇️🚬
मेरी दीवानगी को तू ना देख इस तरह",,
______,,,,🥀🖤

ये देख मै दीवाना हुआ हूं किस तरह...!¡!😔🖇️🚬
2025/02/11 13:10:59
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