Telegram Web
खुद को समेट के, खुद में सिमट जाते हैं हम,
.
एक याद तुम्हारी आती है फिर से बिखर जाते है हम...


#fuljhadi
हाय करियो ना मुझसे तू झूठे मूठे वादे रह जायेंगे हम तो तेरे बिन आधे आधे तेरे लिए ही बनी हूँ मैं तेरी डेस्टिनी हूँ ले मैंने क्लियर कर दिया हैं अपने ईरादे
दिल तो बेमतलब बदनाम है इश्क में,

धोखा देना तो लोगो का काम होता है।😒

इतना भी भाव‌ मत खा ए जिंदगी,


रुपये की दवा में तुझे भी ख़त्म कर दूंगा..!!🥀💔💔
बार बार ठोकरे ना मार ए जिंदगी,


हम कौन सा यहां हमेशा के लिए आए हैं। 🥹🥹
ख़ुशी मेरी तलाश में दिन-रात यूँ ही भटकती रही, 🥺



कभी उसे मेरा घर ना मिला कभी उसे हम घर ना मिले!!
खराब से खराब मौसम भी, सुहाना हो जाता है,

तुमको देखते ही, दिल शायराना हो जाता है।

""या तो अपने ख्वाब पर आग लगा कर दो,

या फिर जो खाक किये हैं वो ख्वाब सजाकर दो,,

तुम्हारा क्या बिगाड़ा था जो तुमने तोड़ डाला,

ये टुकड़े मैं नहीं लूँगा मुझे तुम दिल बना कर दो...""
दिन गुज़र गया ऐतबार में
रात कट गयी इंतज़ार में

तुमसे क्या कहें, कितने ग़म सहे
हमने बेवफ़ा तेरे प्यार में

किस तरह ये ग़म भूल जाएं हम
वो जुदा हुआ इस बहार में
  
         
मैं जो कोई सवाल करूं
ज़वाब तुम बन जाओ ना...
मैं जो ना भूलूं कभी
वो मुलाकात तुम बन जाओ ना...
मैं जिसे रोज़ जी भर के देखूं
वो ख़्वाब तुम बन जाओ ना...
मैं जिसमें भीग कर डूब जाऊं
वो बारिश तुम बन जाओ ना...
मैं जिसे गुनगुनाता रहूं
वो गीत तुम बन जाओ ना...
मैं जिसमें गुम हो जाऊं
वो शाम तुम बन जाओ ना...
मुझे जिस पर हो सबसे ज्यादा यकीन
वो प्यार तुम बन जाओ ना...
ख़ुशी से जी लूंगा मैं अपनी जिंदगी
तुम मेरी जिंदगी का हर दिन बन जाओ ना...!!
Forwarded from Neo احمد
हम उनके कुछ नही लगते

फिर भी  हम उनको सबकुछ मानते है

कैसे बताये लफ्ज़ो हम खुद को कैसे समहालते है


#babu
अजब से वो दिन थे अजब सी वो रातें, 😲
तन्हाई में तन्हाई से तन्हाई की बातें। 🙃🙂🙈🥺
शीशे सा बदन लेकर यूँ
निकला ना करो राहों में, 🙃
पत्थर से छुपे होते हैं
यहाँ लोगों की निगाहों में । 🙏☀️😲😎
2025/01/10 01:28:16
Back to Top
HTML Embed Code: