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लोगों को पसंद नहीं है उसका गुस्सा करना....

मैं सच बताऊँ मुझे वो क़यामत लगती है गुस्से सी शकल में...
सवालों में रहने दो मुझे
यकीन मानों जवाब बहुत बुरे देता हुँ मै.
यूँ तो मुझे बदनामी अपनी

अच्छी नहीं लगती,

मगर लोग तेरे नाम से छेड़ें

तो बुरा भी नहीं लगता !!
कमज़ोर पड़ गया था मुझसे उसका ताल्लुक.......
क्योंकि उसके सिलसिले कहीं और मजबूत हो गए थे।
एक उमर बीत चली है तुझे चाहते हुए,
तू आज भी बेखबर है कल की तरह..!
उस शख्स सा सुकून मेरे अक्स में नही

दिल भी उसी के रक्स में है बस में अब नही
तलब अपनी बढ़ाओ पहले फिर हम से प्यार करना,

इश्क जब ना संभले तुमसे तब ही हम से इजहार करना..!
चुरा लो हसीन लम्हों को उम्र से,

जिम्मेदारीयाँ मोहलत कब देती है।
❛तय है बदलना हर चीज़ बदलती है इस जहाँ में,
किसी का दिल बदल गया किसी के दिन बदल गये।❜❣️
कुछ मिला, कुछ मिलते मिलते छूट गया

शायद सपना था, जो आंखें खुलते ही टूट गया !!
कितना सुकूँन है तुझे चाहने में,

और तुझसे 'कुछ ना 'चाहने में.....
सूनसान सी लग रही है आज ये शायरों की महफ़िल

क्या किसी के दिल में अब दर्द नहीं रहा
स्पर्श वो नहीं जिसने शरीर को पाया हो

स्पर्श वो जिसने आत्मा को गले लगाया हो...!!
ज़रूरी नहीं है कि सब लोग हमें समझ पाएं...

तराजू तो सिर्फ वज़न बता सकता है...
गुणवत्ता नहीं..!!
“इश्क़ नाज़ुक-मिज़ाज है बेहद...,

अक़्ल का बोझ उठा नहीं सकता।”
चलो हँसने की कोई,हम वजह ढूंढते हैं।

जिधर न हो कोई गम वो जगह ढूंढते है॥
डरने लगे है माँ बाप भी कुछ कहने से,

ये नई नस्ल पंखे से जल्दी लटक जाती है!!
रिश्तों की धूप थी – शाम हुई और ढल गई

अब उससे क्या गिला – वो अगर भूल गई
तुम्हारे माथे पर सजाया गया सिंदूर

मेरी उम्मीद खत्म कर सकता है, प्रेम नहीं!!
हम भीगते हैं जिस तरह से तेरी यादों में डूबकर,

इस बारिश में कहाँ वो कशिश तेरे ख्यालों जैसी___!!
2024/12/02 09:23:21
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