आप सभी मितरों को उल्लास के प्रतीक पर्व होली की ढेरों शुभकामनाएं। यह त्यौहार बेरंग सी जिंदगियों में खुशियों के रंग भरे...और क्रोध, कष्ट, लालच, घृणा, घमंड, ईर्ष्या व् समस्त बुराई अग्नि में जलकर नष्ट हो जाएं।।
होली है......🔥
होली है......🔥
काट कर ग़ैरों की टांगें ख़ुद लगा लेते हैं लोग,
शहर में इस तरह भी क़द बढ़ा लेते हैं लोग..!!
🅰Ⓜ🈷♑
@Sacchi_Baat
शहर में इस तरह भी क़द बढ़ा लेते हैं लोग..!!
🅰Ⓜ🈷♑
@Sacchi_Baat
ऐसा नहीं है कि बोलने को कुछ नहीं है सोचने को कुछ नही है लिखने को कुछ नही है ... बहुत कुछ है इस मन में इस जेहन में.. मगर हम वो लोग हो गए हैं कि खुद को खुद ही खारिज करके आगे बढ़ जाते हैं....🙂🙏🏻
रोती बिलखती माँ के सामने एक बद्तमीज़ माइक था,
किसी चैनल को भूख लगी थी, और ये पहला बाइट था..!!
😐😐😐
@Sacchi_Baat
किसी चैनल को भूख लगी थी, और ये पहला बाइट था..!!
😐😐😐
@Sacchi_Baat
बहुत दुनिया देखी, बहुत से लोगों को देखा, उनका खुदके प्रति बर्ताव बदलते देखा, समय का खेल देखा, कभी आपकी तरफ़ कभी किसी और के तरफ़... छोटी छोटी बातों के लिए लोगों को रिश्ता तोड़ते देखा, झूठ बोलते हुए देखा अपना कहकर धोखा देते हुए देते हुए देखा, जीवन भर का साथ का वादा करने वाले लोगों को बीच रास्ते मे साथ छोड़ते हुए भी देखा।
कुल मिलाकर जिंदगी का हर वो अनुभव किया जो कर सकता था... बावजूद इन सब बेवकूफियों के मैंने एक चीज जो कट्टर तरीके से सीखी वो ये की बदले की भावना नही रखना, ना ही किसी का बुरा सोचना... जो होगा ईश्वर देख लेगा, आपका बुरा भी आपका अच्छा भी और अगले का भी।
किसी का बिगाड़ कर आपका ईगो तो शान्त हो जाएगा मग़र अंदर से वो ख़ुशी कभी महसूस नहीं होगी जिसकी आपको सख्त जरूरत है... लोग आपके साथ बुरा करेंगे ही करेंगे चाहे आप कितने भी अच्छे हों, बावजूद इसके आपको वो बने रहना है जो असल मे आप हैं ना कि बदले की भावना में वो बन जाना जो आप है ही नहीं…
ईश्वर सब देख रहा, आपके साथ हुआ अन्याय भी और अच्छाई भी.. सबका हिसाब होगा आज नही कल नही पर कभी तो जरूर.. किसी का किया कभी जाया नही जाता, नेकी कर दरिया में डाल और आगे बढ़...मैं अब इसी थियरी पर आगे बढ़ता हूँ। कोई मेरे साथ बुरा करता है मैं भूलता नही हूँ और ना ही उसके साथ कभी बुरा करता हूँ.. बस आगे बढ़ जाता हूँ... जिंदगी के किसी मोड़ पर उसके द्वारा मदद मांगने पर मैं पिछली बातों को याद भी नही करता, मदद करके आगे बढ़ जाता हूँ लेकिन एक बारी जो दिल से उतर गया सो उतर गया...
मेरे जैसे ईश्वर को मानने वाले लोग इस बात को भी मानते होंगे, आपका किया कभी बर्बाद नही होता बल्कि एक कालखण्ड की तरह आपके कर्म-पुस्तिका में दर्ज हो जाता है, जिसका हिसाब कभी ना कभी होना है... मैंने हमेशा इस बात को मान्यता दी की रिश्ते बड़ी आसानी से बन जाते हैं और आसानी से टूट भी जाते हैं...
कुल मिलाकर जिंदगी का हर वो अनुभव किया जो कर सकता था... बावजूद इन सब बेवकूफियों के मैंने एक चीज जो कट्टर तरीके से सीखी वो ये की बदले की भावना नही रखना, ना ही किसी का बुरा सोचना... जो होगा ईश्वर देख लेगा, आपका बुरा भी आपका अच्छा भी और अगले का भी।
किसी का बिगाड़ कर आपका ईगो तो शान्त हो जाएगा मग़र अंदर से वो ख़ुशी कभी महसूस नहीं होगी जिसकी आपको सख्त जरूरत है... लोग आपके साथ बुरा करेंगे ही करेंगे चाहे आप कितने भी अच्छे हों, बावजूद इसके आपको वो बने रहना है जो असल मे आप हैं ना कि बदले की भावना में वो बन जाना जो आप है ही नहीं…
ईश्वर सब देख रहा, आपके साथ हुआ अन्याय भी और अच्छाई भी.. सबका हिसाब होगा आज नही कल नही पर कभी तो जरूर.. किसी का किया कभी जाया नही जाता, नेकी कर दरिया में डाल और आगे बढ़...मैं अब इसी थियरी पर आगे बढ़ता हूँ। कोई मेरे साथ बुरा करता है मैं भूलता नही हूँ और ना ही उसके साथ कभी बुरा करता हूँ.. बस आगे बढ़ जाता हूँ... जिंदगी के किसी मोड़ पर उसके द्वारा मदद मांगने पर मैं पिछली बातों को याद भी नही करता, मदद करके आगे बढ़ जाता हूँ लेकिन एक बारी जो दिल से उतर गया सो उतर गया...
मेरे जैसे ईश्वर को मानने वाले लोग इस बात को भी मानते होंगे, आपका किया कभी बर्बाद नही होता बल्कि एक कालखण्ड की तरह आपके कर्म-पुस्तिका में दर्ज हो जाता है, जिसका हिसाब कभी ना कभी होना है... मैंने हमेशा इस बात को मान्यता दी की रिश्ते बड़ी आसानी से बन जाते हैं और आसानी से टूट भी जाते हैं...
सच्ची/कड़वी बातें
बहुत दुनिया देखी, बहुत से लोगों को देखा, उनका खुदके प्रति बर्ताव बदलते देखा, समय का खेल देखा, कभी आपकी तरफ़ कभी किसी और के तरफ़... छोटी छोटी बातों के लिए लोगों को रिश्ता तोड़ते देखा, झूठ बोलते हुए देखा अपना कहकर धोखा देते हुए देते हुए देखा, जीवन भर का साथ…
तोड़ने के लिए ईश्वर आपको हजार वजहें भी देगा पर इंसान वही अच्छा जो किसी भी सूरत में रिश्ते सहेजना जानता हो... मेरे लिए ना कोई अच्छा है ना कोई बुरा क्योंकि अच्छे और बुरे का पैमाना मैंने अपनी जिंदगी से निकाल दिया है।
मैं बस ये संतोष करके आगे बढ़ जाता हूँ कि उसकी अपनी मजबूरियां हैं, अपनी जिंदगी है अपने अनुभव हैं, अच्छे और बुरे का फर्क करना हमे जजमेंटल बना देता है मैं कभी खुदको जज नही होने देता और ना दूसरों को होने देता हूँ…
बस इतना जानता हूँ जियो और जीने दो...
जो आपको मिला वो आपके हिस्से ईश्वर का प्रेम था और जो नही मिला वो आपका दुर्भाग्य !!
मैं बस ये संतोष करके आगे बढ़ जाता हूँ कि उसकी अपनी मजबूरियां हैं, अपनी जिंदगी है अपने अनुभव हैं, अच्छे और बुरे का फर्क करना हमे जजमेंटल बना देता है मैं कभी खुदको जज नही होने देता और ना दूसरों को होने देता हूँ…
बस इतना जानता हूँ जियो और जीने दो...
जो आपको मिला वो आपके हिस्से ईश्वर का प्रेम था और जो नही मिला वो आपका दुर्भाग्य !!