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बारिशे हो ही जाती है मेरे शहर में,

कभी बादलो से तो कभी आँखों से.
✍🏻~अज्ञात
@sayarilover
किसी मंदिर में रखी हो पहले से कोई मूरत
वहां किसी और भगवान को नहीं रख सकते है

किसी दिल में बसी हो पहले से कोई सूरत
वहां किसी और दिल को जगह नहीं दे सकते है
✍🏻~अज्ञात
@sayarilover
यूं ना छोड़ ज़िंदगी की किताब को खुला, बेवक्त की हवा ना जाने कौन सा पन्ना पलट दें।
✍🏻~अज्ञात
@sayarilover
बहुत की हमने उसे रोकने की कोशिश पर वह रुका ही नहीं

बहुत की हमने इसे मानने की कोशिशें पर वह माना ही नहीं

जाना था उसको बहुत पहले से ही, इससे पहले उसे बहाना मिला ही नहीं

दिल चीखता और चिल्लता रहा उसके लिए , पर उसने दिल ए पुकार सुना ही नहीं


गलती रही कहीं न कहीं हमारी , पर उसकी भी खता थी उसने कभी माना ही नहीं
✍🏻~अज्ञात
@sayarilover
तेरी आंखों में ख्वाब हम सजा सकते हैं

तुझे दिलो जान से हम अपना बना सकते हैं।

जो बातें मैंने खुद से भी ना कहीं कभी

वो सारी बातें तुझे बता सकते हैं।

यूं तो आवारा सा दिल है भटकता रहता है

तू जो बोले तो दिल तुझसे लगा सकते हैं।

तुम मेरे नाम पर हूं शरमाया मत करो

अपने नाम की मेहंदी तेरे हाथों में रचा सकते हैं।

तु जो मरहम बन कर आने का वादा करे

हम तुझे दिल के सारे जख्म दिखा सकते हैं।

वादा कर तू जमाने की तरह हंसेगा नहीं मुझ पे

हम अपने सारे अरमां के किस्से सुना सकते हैं।

खलनायक को आंखों में बसाने की चाहत दिखा

फिर हम तुझे अपने दिल की चाहत दिखा सकते हैं।
✍🏻~अज्ञात
@sayarilover
इस दिल का कहा मानो एक काम कर दो,

एक बनाम सी मोहब्बत मेरे नाम कर दो,

मेरी ज़ात पर फ़क़त इतना एहसान कर दो,

किसी दिन सुबह को मिलो और शाम कर
✍🏻~अज्ञात
@sayarilover
तुम्हें किसी और की तकदीर में कैसे जाने दूं,

मेरा वश चले तो, तुम्हें किसी के सपनों में भी ना आने दूं!!
✍🏻~अज्ञात
@sayarilover
{{कटती रातें...}}
करवटें बदल बदल के परेशान होता हूँ
यादों से तो कभी आने वाले कल पे रोता हूँ

पता नहीं क्यों ? यह रात हमदर्द बनती हैं मेरे
जो दिल मे हैं सच और झूठ जानती हैं मेरे

रात भर जग के भी मेरे उलझने सुलझती नहीं
और यह आदत मेरे जो कभी बदलती नहीं

सोने वाले को आराम तो , रोने वाले को सहारा देता हैं
तकिया भी कमाल का होता हैं

वही यादें वही ज़ख्म वही सवाल और कुछ जवाब जो कभी नहीं मिलते

मैं हर रात उनपर फ़ैसला लेता हूँ
मैं हर ज़ख्म पे मरहम लगाता हूँ पर वो ज़ख्म कभी नहीं सिलते

किससे कहूँ और किससे पूछूं आईना तो बस मुस्कराता हैं
और यह कैसा मुस्कुराना जो मुझे रुलाता हैं

थक हार के नींद के इन्तज़ार में सुबह की आहट हों जाती हैं और जगती रात आखिर ख़तम हों जाती हैं...
✍🏻~अज्ञात
@sayarilover
{{सब कुछ खरीदूँगा}}
आज की इस मतलबी दुनिया में दोस्ती प्यार कामयाबी
सब बिकती हैं सब खरीदूँगा...
✍🏻~अज्ञात
@sayarilover
मैं अपना चेहरा आंसुओं से रोज धोता हूं

रातों की तलाश में दिन को रोज खोता हूं

और तुम मेरे प्यार में मत रोया करो यार

क्योंकि मैं तुम्हारे बदले मैं भी रोज रोता हूं

तुम्हारी करवटें बदल बदल कर रात गुजरती है ना

सुनो तुमसे बिछड़ कर मैं भी नहीं सोता हूं
✍🏻~अज्ञात
@sayarilover
कुछ कहना है तुमसे ,
ऐसे ही साथ निभाओगे क्या
जब मन होगा आओगे जब मन होगा
तो चले जाओगे क्या😢
चलो जाओ मुबारक है तुम्हे ही
तुम्हारा आना जाना
जिंदगी भर
ऐसे ही सताओगे क्या😭

मैं जब थी परेशान आखों से अश्क मेरे बहे जा रहे थे
वही थे दोस्त मेरे जो साथ मेरा निभा रहे थे
कहते हो छोड़ दू उनको अकेला
तुम्हे पाने के लिए
मेरे साथ ऐसे ही जिंदगी बिताओगे क्या😥

मुबारक हो तुम्हारा साथ तुम्ही को
मुबारक हो ऐसा प्यार तुम्ही को
तुम्हारी याद में बहाए जो आसूं रातों को
कुछ उलझनों को अनकही बातों को
कभी समझ पाओगे क्या 😞
✍🏻~अज्ञात
@sayarilover
मैं भी परिंदों की तरह कहीं आशियाना
बना लूंगा

उसे देखूंगा रोज और अपना आईना
बना लूंगा

फकीरों के घर में, क्या अच्छा मिलेगा तुम्हें

लेकिन अगर बता कर आओगे तो कुछ अच्छा
बना लूंगा

मुझे जलाना आता नहीं, और उसे चूल्हे का
खाना पसंद है

कोई बना दो यार नहीं तो मैं अपना हाथ
जला लूंगा

और तेरे दिल में कई लोग रहते हैं, तो क्या
हुआ यार

मैं भी तुझे अपने दिल का मेहमान
बना लूंगा

तू कहती है, मेरे जैसा इस जहां में दूसरा
नहीं कोई

मैं कलम से उतारकर डायरी में अपनी हुबहू तेरे
जैसा एक और बना लूंगा

तुमसे पहले ही एक बाद शाह ने, मेरी झोली में
ताज डाल दिया

बताओ यार अब तुमसे भला मैं
क्या लूंगा
✍🏻~अज्ञात
@sayarilover
टूटकर रोए हैं

तब जाकर सोए हैं...
✍🏻~अज्ञात
@sayarilover
अब कहां कोई बड़े जख्म पर भी आह निकलती है

अब तो दिल में दर्द होता है तो दिल से वाह निकलती है

शायद उनके मुशायरे में बैठने का असर हुआ है ये एक दिन हम निकले उनकी गली से

तब लोगों ने कहा हट जाओ यहां से बेवफा निकलती हैं
✍🏻~अज्ञात
@sayarilover
हो गए हो न परेशां
में अपनी तन्हाई में शादमाँ हूं
जा यार फिर से तुझे इजाजत है
मुझे छोड़ जाने की, आंखे नम करने की
और सुन जाए तो दुबारा लौट के ना आना
मेरी आंखों में खामोशी और दिल में दर्द बोहोत हैं
तेरा जा के वापस आना और फिर चले जाना अब बर्दास्त नही कर पाऊंगी!!✦‌
✍🏻~अज्ञात
@sayarilover
हाल दिल का उसे सुनाते हुए
रो पड़ा था मैं मुसकुराते हुए

आसमां तक चला गया था मैं
एक दिन रास्ता बनाते हुए

भीगती जा रही थी इक लड़की
बारिशों में नशा मिलाते हुए

आग मेरी थी न धुआँ मेरा
मैं जला था उसे बचाते हुए

देर तक जब उदास रहलो तो
अच्छा लगता है मुसकुराते हुए
✍🏻~अज्ञात

@sayarilover
एक अजब सी बेकरारी लिए बैठा हूँ.....

दिल को भीड़ में तन्हा किये बैठा हूँ...

मैं हस्ते हुए चेहरे पर आँखो में आन्सु छिपाये बैठा हूँ....

किसी के लिए दिल में नफ़रत कि आग जलाए बैठा हूँ..

अरे मैं दिल लगा कर तन्हा बैठा हूँ....

अभी इत्नी उमर भी नहीं हुई मैं सबक लिए बैठा हूँ....


कभी प्यार में कभी दोस्ती में मैं हर जगह विश्वास ग्वाए बैठा हूँ....

गलती पर गलती ओर फ़िर गलती किए बैठा हूँ....

मैं हर जगह से हार हुआ बैठा हूँ....

अब बस अच्छे समय का इंतजार करते करते थक गया हूं.....
✍🏻~अज्ञात
@sayarilover
माना के रोशनी धुंधली है, सूरज पर ढलना बाकी है ।
जो कल था वो आज नहीं, जो आज है कल ना होगा ।

बदलाव से विचलित मत होना, अभी बदलना बाकी है ।
मन मेरे मायूस ना हो अभी तो चलना बाकी है।

यदि गिरे कभी तो उठ जाना , इतनी भी बड़ी ये बात नहीं ।
कोई छोड़ गया तो जाने दे , क्या हुआ जो उसका साथ नहीं।

गिर के तो संभलना सीख लिया, अभी टूट के जुड़ना बाकी है।
मन मेरे मायूस ना हो .........

दो कदम चले और सुस्ताना,
था फ़क्र कभी जिस निर्णय पे अब छोड़ दे उस पर पछताना।
मंज़िल तक ले जाये जो , उस मोड़ पे मुड़ना बाकी है।

मन मेरे मायूस ना हो, अभी तो चलना बाकी है।
माना के रोशनी धुंधली है, सूरज पर ढलना बाकी है।
✍🏻~अज्ञात
@sayarilover
छोड़ दिया सबसे बात करना ..!
अब खामोश ही अच्छा लगता है...!!

दिल की भी बातें अब नही कही जाती लोगो से...!
मुझे तो अब खामोशी से भी डर लगता है..!!
~UnKnOwN
@sayarilover
Perfume के जमाने में ईत्र से महकाने वाली का इन्तजार है...
बादशाह के जमाने में गुलज़ार सुन नें वाली का इन्तजार है
REEL के जमाने में FEELदेने वाली का
इन्तजार है
मुझे तो बस...
इस सख्त लौंडे को पिघलाने वाली का
इन्तजार है...

✍🏻~अज्ञात
@sayarilover
2024/09/29 12:28:23
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