tgoop.com/AP_SHAYARO_KI_MEHFIL/17595
Last Update:
फिर क्या कहूं के, कुछ हुआ ही नहीं
हुआ क्या है, ये तो, कुछ पता भी नही
मिला इतना के, उम्र भर सोचते हम,
और ऐसा कैसे के, कुछ मिला ही नहीं
फिर उसे देखते, उम्र भर, सोचते हम,
और एक दिल को, कुछ गिला भी नही
आवाज निकली जो, देखकर दिल से,
बगल से निकला तो कुछ कहा भी नही
कशिश दिल की पुकारूं तुम्हे अपना कहकर,
बगल से होकर के भी सोचू कुछ सुना तो नही
तुम्हे देखकर तुम्हारी राह ही रुक गया मैं,
वो आके जो गया वो कभी दिखा ही नहीं
बढ़कर आगे क्या देखता मैं रुका ऐसे कि,
एक नजर उसको जो देखा तो बढ़ा ही नही
फिर जो आया करीब लबों के तो ये लगा,
करीब आकर भी क्यों इन्हे छुआ ही नही,
गुजर गए वो पल तो याद आया हमें के,
जो था कभी मेरा, वो मेरा हुआ ही नही
लिखता वो जो रात तो क्या सोचती तुम,
लिखता जो वो पल के फिर गया ही नहीं
लिखता तुम्हें सांसों को जो उठी थी देखकर,
लिखता मगर सांसों में वो अब मजा भी नहीं
चला गया रास्ते से फिर नही कहा कुछ तो,
और ये हुआ के जैसे के कुछ हुआ भी नही
सत्यम तिवारी❤️👍
BY .ৣ̶̶͜͡⃝💖शायरो۞की महफिल༊༤🌍༨༗💖🕊️🕊️🕊️🕊️
Share with your friend now:
tgoop.com/AP_SHAYARO_KI_MEHFIL/17595