HINDIPOEMS Telegram 12689
मेरे गम पर तुम भी रोने आए हो
यू बैठकर अपना फर्ज निभाने आए हो
जब तक मैं जिंदा था तब तक तो आए नहीं
अब क्या अहसान जताने आए हो

मेरे घर में मेरी ही बातें कर रहे हो
जब मैंने कहा था तब तो वक्त था नहीं
अब क्या मुझको मेरी ही बातें सुनाने आए हो

मेरे मरने पर आखिरी मुलाकात के लिए आए हो
जब जिंदगी थी तब तो तुम आए नहीं
अब क्या दिखावा करने आए हो

मेरे जनाजे को कंधा दे रहे हो तुम
वैसे तो पैर खिंचें है अब साथ देने आए हो
इन 100-200 लोगो की भीड़ का हिस्सा बनने आये हो
यूं तो अकेला छोड़ा मुझे अब काफिला बनाने आये हो

आंखें छुपा कर तुम यू तो रो रहे हो
वैसे तो मुझे ही रुलाया हरदम
अब क्या मेरे चाहने वालो में शामिल होने आये हो

मुझे रुक जाने की कसम दे रहे हो
तुम तो कभी रुके नहीं
अब किस आधार पर ये बात कह रहे हो

आज रिश्तों का हवाला दे रहे हो तुम
रिश्ते तो तुमने ही तोड़े थे ना
अब क्या फिर से रिश्ते जोड़ने आए हो

खैर छोड़ो इन बातों को
जो बीत गया उसे भूल जाते हैं
बात आज की है तो आज की ही बात बताते हैं
तुम चुप एकांत बैठे तो हो
मगर दिल के जज़्बात बताते क्यों नहीं
रो कर तुमने आंखें तो नम की
पर अपनी हंसी छुपाते क्यों नहीं
रिश्तों के तो तुम नाम ले रहे हो
मगर रिश्ते बचाते क्यों नहीं
तुम सोचते हो भूल जाऊं मैं
लो भूल जाता हूं मैं
मगर आज जो तुमने किया
वो मुझसे भुलाया जाता नहीं
मै भूल भी जाऊं बीती बातें
पर मुझसे ये भी तो भूलाई जाती नहीं

#Bhagyashree
#review

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मेरे गम पर तुम भी रोने आए हो
यू बैठकर अपना फर्ज निभाने आए हो
जब तक मैं जिंदा था तब तक तो आए नहीं
अब क्या अहसान जताने आए हो

मेरे घर में मेरी ही बातें कर रहे हो
जब मैंने कहा था तब तो वक्त था नहीं
अब क्या मुझको मेरी ही बातें सुनाने आए हो

मेरे मरने पर आखिरी मुलाकात के लिए आए हो
जब जिंदगी थी तब तो तुम आए नहीं
अब क्या दिखावा करने आए हो

मेरे जनाजे को कंधा दे रहे हो तुम
वैसे तो पैर खिंचें है अब साथ देने आए हो
इन 100-200 लोगो की भीड़ का हिस्सा बनने आये हो
यूं तो अकेला छोड़ा मुझे अब काफिला बनाने आये हो

आंखें छुपा कर तुम यू तो रो रहे हो
वैसे तो मुझे ही रुलाया हरदम
अब क्या मेरे चाहने वालो में शामिल होने आये हो

मुझे रुक जाने की कसम दे रहे हो
तुम तो कभी रुके नहीं
अब किस आधार पर ये बात कह रहे हो

आज रिश्तों का हवाला दे रहे हो तुम
रिश्ते तो तुमने ही तोड़े थे ना
अब क्या फिर से रिश्ते जोड़ने आए हो

खैर छोड़ो इन बातों को
जो बीत गया उसे भूल जाते हैं
बात आज की है तो आज की ही बात बताते हैं
तुम चुप एकांत बैठे तो हो
मगर दिल के जज़्बात बताते क्यों नहीं
रो कर तुमने आंखें तो नम की
पर अपनी हंसी छुपाते क्यों नहीं
रिश्तों के तो तुम नाम ले रहे हो
मगर रिश्ते बचाते क्यों नहीं
तुम सोचते हो भूल जाऊं मैं
लो भूल जाता हूं मैं
मगर आज जो तुमने किया
वो मुझसे भुलाया जाता नहीं
मै भूल भी जाऊं बीती बातें
पर मुझसे ये भी तो भूलाई जाती नहीं

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Although some crypto traders have moved toward screaming as a coping mechanism, several mental health experts call this therapy a pseudoscience. The crypto community finds its way to engage in one or the other way and share its feelings with other fellow members. Hui said the time period and nature of some offences “overlapped” and thus their prison terms could be served concurrently. The judge ordered Ng to be jailed for a total of six years and six months. Members can post their voice notes of themselves screaming. Interestingly, the group doesn’t allow to post anything else which might lead to an instant ban. As of now, there are more than 330 members in the group. The visual aspect of channels is very critical. In fact, design is the first thing that a potential subscriber pays attention to, even though unconsciously. 5Telegram Channel avatar size/dimensions
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