Telegram Web
वक़्त से पहले मिली चीजें
अपना "मूल्य" खो देती हैं,
और वक़्त के बाद मिली
अपना "महत्व"...!!!

इंसान के अंदर ही समा जाए,
वो स्वाभिमान होता है...
और जो बाहर छलक जाए
वो अभिमान होता है...

"दिलों" मे वही "बसते" हैं
जिनका "मन" साफ हो,
क्योकिं
"सुई" में वहीं "धागा" "प्रवेश"
कर सकता हैं,
जिस धागे में कोई "गांठ"ना हो ..


Jᴏɪɴ 🔜 @NS_Motivation_Quotes 💐
वक़्त से पहले मिली चीजें
अपना "मूल्य" खो देती हैं,
और वक़्त के बाद मिली
अपना "महत्व"...!!!

इंसान के अंदर ही समा जाए,
वो स्वाभिमान होता है...
और जो बाहर छलक जाए
वो अभिमान होता है...

"दिलों" मे वही "बसते" हैं
जिनका "मन" साफ हो,
क्योकिं
"सुई" में वहीं "धागा" "प्रवेश"
कर सकता हैं,
जिस धागे में कोई "गांठ"ना हो ..


Jᴏɪɴ 🔜 @Indian_Motivation
This media is not supported in your browser
VIEW IN TELEGRAM
चरण मंदिर तक पहुंचाते हैं
और आचरण भगवान तक...

बदन है मिट्टी का
सांसे सारी उधार हैं...

घमण्ड़ भी हैं तो किस बात का
यहाँ हम सब किरायेदार हैं...!!

कुछ " शब्दों " की सजा...
उनके स्वयं के अर्थ होते हैं !

जो कह दिया...वो बात थी
जो चुप रहे... जज़्बात थे...


Jᴏɪɴ 🔜 @Indian_Motivation
🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂

तस्वीर में साथ होने में और तकलीफ मे
साथ होने में बहुत फर्क होता है।


ना तुम दूर जाना ना हम दूर
जाएंगे

अपने अपने हिस्से की
दोस्ती निभाएंगे ,

बहुत अच्छा लगेगा जिंदगी
का ये सफर

आप अपने घर से याद
करना

हम अपने घर से
मुस्कुरायेंगे ,

ऐसे ही "कोरोना "को
भारत से भगायेंगे

तन से NEGATIVE
मन से POSETIVE
रहें !!

स्वस्थ रहेंगे हम
और
स्वस्थ रहेगा हमारा देश

🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂

Jᴏɪɴ 🔜 @Indian_Motivation
🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂

घर गुलज़ार,सूने शहर,
बस्ती बस्ती मे क़ैद हर हस्ती हो गई
आज फिर ज़िंदगी महँगी
और दौलत सस्ती हो गई।


भेजते रहीये
अपनेपन के रंग
एक दूसरे तक,
मुलाक़ात चाहे
जब भी हो,
अपनेपन का
एहसास तो रोज़
महसूस होता रहे....
स्वस्थ रहें, सुरक्षित रहें...


मिट्टी के इतिहास में मिट्टी के खिलौने हैं
खिलौनों के इतिहास में हैं बच्चे
और बच्चों के इतिहास में बहुत से स्वप्न हैं
जिन्हें अभी पूरी तरह देखा जाना शेष है

🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂

Jᴏɪɴ 🔜 @Indian_Motivation
🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃

...दुनिया में यूँ ही होता है...

जब जब दर्द का बादल छाया,
जब गम का साया लहराया...

जब आँसू पलकों तक आया,
जब ये तनहा दिल घबराया...

हमने दिल को ये समझाया,
दिल आखिर तू क्यों रोता है...

...दुनिया में यूँ ही होता है...

ये जो गहरे सन्नाटे हैं,
वक्त ने सब को ही बांटे हैं...

थोडा गम है सबका किस्सा,
थोड़ी धुप है सब का हिस्सा...

आँख तेरी बेकार ही नम है,
हर पल एक नया मौसम है...

क्यूँ तू ऐसे पल खोता है,
दिल आखिर तू क्यूँ रोता है...

...दुनिया में यूँ ही होता है...

🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃

Jᴏɪɴ 🔜 @Indian_Motivation
🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃

एक बादशाह सर्दियों की शाम जब अपने महल में दाखिल हो रहा था तो एक बूढ़े दरबान को देखा जो महल के सदर दरवाज़े पर पुरानी और बारीक वर्दी में पहरा दे रहा था।

बादशाह ने उसके करीब अपनी सवारी को रुकवाया और उस बूढ़े दरबान से पूछने लगा ;

"सर्दी नही लग रही ?"

दरबान ने जवाब दिया "बोहत लग रही है हुज़ूर ! मगर क्या करूँ, गर्म वर्दी है नही मेरे पास, इसलिए बर्दाश्त करना पड़ता है।"

"मैं अभी महल के अंदर जाकर अपना ही कोई गर्म जोड़ा भेजता हूँ तुम्हे।"

दरबान ने खुश होकर बादशाह को फर्शी सलाम किया और आजिज़ी का इज़हार किया।

लेकिन बादशाह जैसे ही महल में दाखिल हुआ, दरबान के साथ किया हुआ वादा भूल गया।

सुबह दरवाज़े पर उस बूढ़े दरबान की अकड़ी हुई लाश मिली और करीब ही मिट्टी पर उसकी उंगलियों से लिखी गई ये तहरीर भी ;

"बादशाह सलामत ! मैं कई सालों से सर्दियों में इसी नाज़ुक वर्दी में दरबानी कर रहा था, मगर कल रात आप के गर्म लिबास के वादे ने मेरी जान निकाल दी।"

सहारे इंसान को खोखला कर देते है और उम्मीदें कमज़ोर कर देती है।

अपनी ताकत के बल पर जीना शुरू कीजिए, खुद की सहन शक्ति, ख़ुद की ख़ूबी पर भरोसा करना सीखें।

आपका आपसे अच्छा साथी,
दोस्त, गुरु, और हमदर्द कोई नही हो सकता।....

🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃

Jᴏɪɴ 🔜
@Indian_Motivation
🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃

लफ़्ज़ों के बोझ से थक जाती हैं..
'ज़ुबान' कभी कभी..
पता नहीं 'खामोशी',
👉 'मज़बूरी' हैं या. 'समझदारी

छोटी सी पंक्तियों में बहुत गहरा संदेश
" पावँ सूखे हुऐ पत्तों पर
अदब से रखना........
धुप में मांगी थी तुमने
पनाह इनसे कभी......"

"नफ़रत" का खुद का कोई अस्तित्व नहीं होता..
वह केवल "प्रेम" की गैरहाज़िरी का परिणाम है...

अपनी हद तक सब बर्दाश्त है
पर किसी की वजह से
अपने मां बाप के सपने तोड़ दू
ये कभी बर्दाश्त नहीं है!!!

🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃

Jᴏɪɴ 🔜
@Indian_Motivation
🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃

किसी से कोई तुलना नहीं
हम जैसे हैं बेहतर है..!!

अकाल हो अगर अनाज का,
तब मानव मरता है.
किन्‍तु
अकाल हो अगर संस्‍कारों का,
तो मानवता मरती है!

संस्‍कारों से बड़ी कोई वसीयत नहीं
और र्इमानदारी से
बड़ी कोई विरासत नहीं !!

ख़याल हूँ, जुनून हूँ, नफ़रत हूँ, प्यार हूँ या गुरूर हूँ
शर्म हूँ, याद हूँ, फ़ितरत हूँ आदत हूँ या भूल हूँ,
जो भी हूँ,
बस मैं फरेब नही हूँ !

ज़रा-सा तुमसे क्या आगे बढ़ा हूँ,
तुम्हारी आँख में चुभने लगा हूँ ?
तुम्हारे क़द से क़द कुछ कम है मेरा,
तुम्हारी सोच से लेकिन बड़ा हूँ !

🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃

🆔 @Indian_Hindi_Motivation 🌸
संभव की सीमा जानने का
केवल एक ही तरीका है...
असंभव से भी एक कदम
आगे निकल जाना...

कोई कार्य मन के अनुकूल
हो तो... "हरिकृपा"
और मन के प्रतिकूल
हो तो... "हरिइच्छा"


पेड़ काटने आये हैं,
कुछ लोग शहर में...

अभी धूप बहुत तेज है,
कहकर...उसकी छांव में बैठे है...

Jᴏɪɴ 🔜 @Indian_Motivation
जीवन संघर्ष है, इसमें कोई शक नहीं और ये भी सच ही है कि संघर्ष खत्म जीवन खत्म!

लेकिन मैं आप से अपने अनुभव की एक बात बताता हूँ~यहाँ सब कुछ पाकर भी अधूरापन रह ही जाएगा! कैसे?

मैंने हज़ारों रुपये भी अपने एकाउंट में देखे और कभी 0 रुपये भी देखे, पैसा भी होगा, पद भी मिल जाएगा, प्रतिष्ठा भी मिल जाएगी, सम्मान भी मिल जाएगा, सब कुछ होगा, और बाद में जब सब कुछ होगा तब ये बात समझ आएगी हम जिसके लिए प्रयास कर रहे थे, संघर्ष में अपनी तिलांजलि देने तक को तैयार बैठे थे, वो जब तक नही था, तभी तक उंसकी एहमियत थी।

"दुनिया जिसे कहते हैं,
जादू का खिलौना है!
जो मिल गया, वो मिट्टी है,
न मिल पाया,वो सोना है!"

जीवन मे अगर सबसे महत्वपूर्ण कुछ है तो अपने को खुश रखना और फिर अपनी ओर से औरों के जीवन मे खुशी लाने का प्रयास करना। आपने कभी गौर किया कि आपका हर काम खुद को या दूसरे को खुश करने के लिए ही होता है, है न! खुश रहें!

Jᴏɪɴ 🔜 @Indian_Motivation
2025/02/23 17:20:34
Back to Top
HTML Embed Code: