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सुनो तो...

कुछ मुस्कुराहट बेच कर,,
हम गम खरीद लाए।

फूल सारे दामन में उनके,,
कांटो सारे समेट लाए।

Irfan...✍️
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सुनो तो...

कफ़न भी अब,, बहुत महंगे हो गए है

मुस्कुराते चेहरे,, ग़मों के मेले हो गए है

Irfan...✍️  14-12-2024
07pm
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सुनिए साहिबा...

फुर्सत ही ना मिली हमे महफिलों से

वो नाराज़ हुए बैठे है हमारी आदतों से

Irfan...✍️ 15-12-2024
Sunday 3:40 pm
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सुनो तो...

वो अपनों में इस तरह घुल जाता है

के खैरियत  पूछना भी भूल जाता है

Irfan...✍️ 15-12-2024
Sunday 4 :55 pm
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सुनो

रिश्ते लफ्जों के मोहताज नहीं होते
हर बादशाहों के सर ताज नहीं होते

तराने मोहब्बत के सुने होगे मगर
धड़कनों की सदाओं के साज़ नहीं
होते

इरफान....✍️
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सुनो तो...

तेरे ख्यालों में गुजरते है मेरे सारे दिन रात

तसव्वुर तेरा लिए  आइने में करता हूं बात

Irfan...✍️
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सुनो ...

बड़ी अजीब बात है हम इंसानों की

खुदा मानता है और खुद भूल जाता है

Irfan...✍️
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सुनो दोस्तो...

वो मतलब के रिश्ते होते है

जो फुर्सत में याद करते है

Irfan...✍️
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सुनो ना....

अब खुद को बेकरार मत करना
कब आ रहे हो लौट कर बता देना

मौके तुम्हे अब ज्यादा ना मिले
थोड़ी फुर्सत निकाल कर हालात
बता देना

Irfan...✍️
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सुनिए तो...

समझा समझा के थक गया
वो बात मेरी समझता ही नहीं

और कितना उसे समझाए हम
उसे तो कभी समझना ही नहीं

फुजूल लगती है उसे मेरी बाते
मुझे अब कुछ कहना ही नहीं

खामोश होगे अब लब मेरे
दर्द ए जुदाई अब सहना ही नहीं

देखेंगे अब हम खामोशी से मंजर
तमाशे मै शामिल हमे रहना ही नहीं

जो ख्वाब देखे थे तेरे संग हमने
ऐसे ख्वाबों को हमे देखना ही नहीं

Irfan....✍️
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सुनो यारा...

तुम ही नहीं रहना चाहते connect
तो मैं disconnect हो जाता हूं

तुम खुद को कर लो set भीड़ मै
मैं तन्हाइयों में upset हो जाता हूं

Irfan...✍️
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सुनो

तुम पर से भी इश्क का कर्ज उतार देते है

तुम अपने मुताबिक जिंदगी जियो हम खामोश हो जाते है

इरफान
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सुनो

जहां रिश्तों का दिखावा था
तुझे साथ वहा निभाना था

जहां साथ तुझे निभाना था
वहा रोज एक बहाना था

Irfan...✍️
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सुनो जान,,,,

एक लम्हा भी फुर्सत के ना निकाले

वाह रे दिलबर ये तेरे इश्क के पैमाने

Irfan...✍️
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सुनिए जी...

तुमने हमको मोहब्बत का खुदा माना

अफसोस है के कभी अपना ना जाना

Irfan...✍️
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सुनो जॉन

मोहब्बत का कोई इरादा तो नहीं था

मगर मोहब्बत थी मोहब्बत से हो गई

Irfan...✍️
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सुनो जॉना

अब हमारे इंतजार की घड़ियां खत्म होगी

अब तुम होगी में रहूंगा और मोहब्बत होगी

Irfan...✍️
सुनो यार

कल ही समझाया था
आज वो फिर भूल गया

था एक उम्मीद का तारा
जमीन पर टूट कर आ गया

Irfan...✍️
सुनो दिलबर

मैं ना समझ हु मुझे समझा देना

तुम क्या चाहती हो मुझे बता देना

Irfan...✍️
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सुनो दिलबर...

भीगी हुई आंखों का मंजर ना मिलेगा

हमे छोड़ कर मत जाओ हम सा दिलबर ना मिलेगा

❤️❤️ ...✍️ G00d night
2025/07/10 11:24:03
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