रुई का गद्दा बेच कर
मैंने इक दरी खरीद ली,
ख्वाहिशों को कुछ कम किया मैंने
और ख़ुशी खरीद ली ।
सबने ख़रीदा सोना
मैने इक सुई खरीद ली,
सपनो को बुनने जितनी
डोरी ख़रीद ली ।
मेरी एक खवाहिश मुझसे
मेरे दोस्त ने खरीद ली,
फिर उसकी हंसी से मैंने
अपनी कुछ और ख़ुशी खरीद ली ।
इस ज़माने से सौदा कर
एक ज़िन्दगी खरीद ली,
दिनों को बेचा और
शामें खरीद ली ।
शौक-ए-ज़िन्दगी कमतर से
और कुछ कम किये,
फ़िर सस्ते में ही
"सुकून-ए-ज़िंदगी" खरीद ली ।
✍🏻~अज्ञात
@sayarilover
मैंने इक दरी खरीद ली,
ख्वाहिशों को कुछ कम किया मैंने
और ख़ुशी खरीद ली ।
सबने ख़रीदा सोना
मैने इक सुई खरीद ली,
सपनो को बुनने जितनी
डोरी ख़रीद ली ।
मेरी एक खवाहिश मुझसे
मेरे दोस्त ने खरीद ली,
फिर उसकी हंसी से मैंने
अपनी कुछ और ख़ुशी खरीद ली ।
इस ज़माने से सौदा कर
एक ज़िन्दगी खरीद ली,
दिनों को बेचा और
शामें खरीद ली ।
शौक-ए-ज़िन्दगी कमतर से
और कुछ कम किये,
फ़िर सस्ते में ही
"सुकून-ए-ज़िंदगी" खरीद ली ।
✍🏻~अज्ञात
@sayarilover
सरहद पे गोली खाके
जब टूट जाए मेरी सांस
मुझे भेज देना यारों मेरी
बूढ़ी मां के पास।
बड़ा शौक था उसे मैं घोड़ी चढूं
धमाधम ढोल बजे,
तो ऐसा ही करना
मुझे घोड़ी पे लेके जाना
ढोलकें बजाना
पूरे गांव में घुमाना
और मां से कहना
बेटा दूल्हा बनकर आया है,
बहू नहीं ला पाया तो क्या
बारात तो लाया है।
मेरे बाबूजी, पुराने फ़ौजी, बड़े मनमौजी
कहते थे- बच्चे, तिरंगा लहरा के आना
या तिरंगे में लिपट के आना
कह देना उनसे, उनकी बात रख ली
दुश्मन को पीठ नहीं दिखाई
आख़िरी गोली भी सीने पे खाई।
मेरा छोटा भाई, उससे कहना
क्या मेरा वादा निभाएगा,
मैं सरहदों से बोल कर आया था
कि एक बेटा जाएगा तो दूसरा आएगा।
मेरी छोटी बहना, उससे कहना
मुझे याद था उसका तोहफ़ा
लेकिन अजीब इत्तेफ़ाक़ हो गया
भाई राखी से पहले ही राख हो गया।
वो कुएं के सामने वाला घर,
दो घड़ी के लिए वहां ज़रूर ठहरना
वहीं तो रहती है वो
जिसके साथ जीने मरने का वादा किया था
उससे कहना - भारत मां का साथ
निभाने में उसका साथ छूट गया।
एक वादे के लिए दूसरा वादा टूट गया।
बस एक आख़िरी गुज़ारिश
आख़िरी ख़्वाहिश
मेरी मौत का मातम न करना
मैने ख़ुद ये शहादत चाही है,
मैं जीता हूं मरने के लिए
मेरा नाम सिपाही है।
✍️ By Unknown
@sayarilover
━━━━✧❂✧━━━━
जब टूट जाए मेरी सांस
मुझे भेज देना यारों मेरी
बूढ़ी मां के पास।
बड़ा शौक था उसे मैं घोड़ी चढूं
धमाधम ढोल बजे,
तो ऐसा ही करना
मुझे घोड़ी पे लेके जाना
ढोलकें बजाना
पूरे गांव में घुमाना
और मां से कहना
बेटा दूल्हा बनकर आया है,
बहू नहीं ला पाया तो क्या
बारात तो लाया है।
मेरे बाबूजी, पुराने फ़ौजी, बड़े मनमौजी
कहते थे- बच्चे, तिरंगा लहरा के आना
या तिरंगे में लिपट के आना
कह देना उनसे, उनकी बात रख ली
दुश्मन को पीठ नहीं दिखाई
आख़िरी गोली भी सीने पे खाई।
मेरा छोटा भाई, उससे कहना
क्या मेरा वादा निभाएगा,
मैं सरहदों से बोल कर आया था
कि एक बेटा जाएगा तो दूसरा आएगा।
मेरी छोटी बहना, उससे कहना
मुझे याद था उसका तोहफ़ा
लेकिन अजीब इत्तेफ़ाक़ हो गया
भाई राखी से पहले ही राख हो गया।
वो कुएं के सामने वाला घर,
दो घड़ी के लिए वहां ज़रूर ठहरना
वहीं तो रहती है वो
जिसके साथ जीने मरने का वादा किया था
उससे कहना - भारत मां का साथ
निभाने में उसका साथ छूट गया।
एक वादे के लिए दूसरा वादा टूट गया।
बस एक आख़िरी गुज़ारिश
आख़िरी ख़्वाहिश
मेरी मौत का मातम न करना
मैने ख़ुद ये शहादत चाही है,
मैं जीता हूं मरने के लिए
मेरा नाम सिपाही है।
✍️ By Unknown
@sayarilover
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समझने वाले तो ख़ामोशी भी समझ लेते हैं....
न समझने वाले जज़्बातों का भी मज़ाक़ बना देते हैं..
✍️ Unknown
@sayarilover
न समझने वाले जज़्बातों का भी मज़ाक़ बना देते हैं..
✍️ Unknown
@sayarilover
❣दिल भी बुझा हो शाम की परछाईयाँ भी हों
मर जाइये जो ऐसे में तनहाईयाँ भी हों ।।
आँखों की सुर्ख़ लहर है मौजे-सुपुर्दगी,
ये क्या ज़रूरी है कि अब अँगडा़ईयाँ भी हों
हर हुस्ने-सादा-लौह न दिल में उतर सका,
कुछ तो मिजा़जे-यार में गहराईयाँ भी हों ।।
पहले-पहल का इश्क अभी याद है
दिल ख़ुद ये चाहता था कि रुसवाईयाँ भी हों
✍️Unknown
@sayarilover
मर जाइये जो ऐसे में तनहाईयाँ भी हों ।।
आँखों की सुर्ख़ लहर है मौजे-सुपुर्दगी,
ये क्या ज़रूरी है कि अब अँगडा़ईयाँ भी हों
हर हुस्ने-सादा-लौह न दिल में उतर सका,
कुछ तो मिजा़जे-यार में गहराईयाँ भी हों ।।
पहले-पहल का इश्क अभी याद है
दिल ख़ुद ये चाहता था कि रुसवाईयाँ भी हों
✍️Unknown
@sayarilover
जब भी मिलती है मुझे अजनबी लगती क्यूँ है...
ज़िंदगी रोज़ नये रंग बदलती क्यूँ है...
तुम से बिछड़े हैं तो अब किस से मिलाती है हमें...
ज़िंदगी देखिये क्या रंग दिखाती है हमें...
✍ Unknown
@sayarilover
ज़िंदगी रोज़ नये रंग बदलती क्यूँ है...
तुम से बिछड़े हैं तो अब किस से मिलाती है हमें...
ज़िंदगी देखिये क्या रंग दिखाती है हमें...
✍ Unknown
@sayarilover
आप समंदर की बात करते हों... आप समंदर की बात करते हों
लोग आँखों में डूब जाते हैं
✍️ Unknown
@sayarilover
लोग आँखों में डूब जाते हैं
✍️ Unknown
@sayarilover
चुरा कर निगाहें न पलकें झुका
मुहब्बत अगर तो वफ़ा कीजिये
उदासी कभी तो हटेंगी सभी
अभी तो खुलकर हँसा कीजिए
चले जा रहे हो अकेले कहाँ
कभी हाथ थामे चला कीजिए
उदासी भ२ी रात ढल जायेगी
सुबह के लिए बस दुआ कीजिये
करे प्यार तुमसे निभाये वफ़ा
न उससे कभी भी दगा कीजिए
हमेशा जहन की सुने ही तु क्यों
कभी दिल से भी फैसला कीजिए
फ़लक पे निगाहें टिका के रखें
मग़र इस ज़मी पे चला कीजिए
मिलेगा नहीं नफरतों सें कुछ
कभी तो गले भी मिला कीजिए
फ़रेबी जहाँ में सभी तो नहीं
सही राह पे ही चला कीजिए
✍ Unknown
@sayarilover
मुहब्बत अगर तो वफ़ा कीजिये
उदासी कभी तो हटेंगी सभी
अभी तो खुलकर हँसा कीजिए
चले जा रहे हो अकेले कहाँ
कभी हाथ थामे चला कीजिए
उदासी भ२ी रात ढल जायेगी
सुबह के लिए बस दुआ कीजिये
करे प्यार तुमसे निभाये वफ़ा
न उससे कभी भी दगा कीजिए
हमेशा जहन की सुने ही तु क्यों
कभी दिल से भी फैसला कीजिए
फ़लक पे निगाहें टिका के रखें
मग़र इस ज़मी पे चला कीजिए
मिलेगा नहीं नफरतों सें कुछ
कभी तो गले भी मिला कीजिए
फ़रेबी जहाँ में सभी तो नहीं
सही राह पे ही चला कीजिए
✍ Unknown
@sayarilover
खुदा से जब पूंछा कि,
कीमत क्या है प्यार की...
खुदा हंसकर बोला,
आंसू भरी निगाहें और एक उम्र इंतज़ार की..!!
By UnknownWriter
@sayarilover
कीमत क्या है प्यार की...
खुदा हंसकर बोला,
आंसू भरी निगाहें और एक उम्र इंतज़ार की..!!
By UnknownWriter
@sayarilover
वो इश्क ही क्या जो किसी के चेहरे से हो.....
.
.
मजा तो तब है , जब " मोहब्बत " किसी की बातों से हो.....!!
✍️ Unknown
@sayarilover
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मजा तो तब है , जब " मोहब्बत " किसी की बातों से हो.....!!
✍️ Unknown
@sayarilover
सवाल जहर का नहीं था,
वो तो मैं पी गया....!!
तकलीफ लोगों को तब हुई,
जब मैं जी गया...!!!
✍🏻~अज्ञात
@sayarilover
वो तो मैं पी गया....!!
तकलीफ लोगों को तब हुई,
जब मैं जी गया...!!!
✍🏻~अज्ञात
@sayarilover
की मोहब्बत तो सियासत का चलन छोड़ दिया
हम अगर इश्क़ न करते तो हुकूमत करते... @sayarilover
UnknownWriter
हम अगर इश्क़ न करते तो हुकूमत करते... @sayarilover
UnknownWriter