sᴜɴᴏ
वफा की हैं हमने अक्सर
हम बेवफाई नही करते
तुम्हे देखती है मेरी आंखे
गेर को देखना मुनासिब नही
समझते
धड़कता है दिल तेरे लिए
वो दिल की सदा नही सुनते
बेइंतेहा मोहब्बत है तुमसे
लेकिन हम तुम्हे रुसवा नही
करते
Irfan...✍️ Old 1
वफा की हैं हमने अक्सर
हम बेवफाई नही करते
तुम्हे देखती है मेरी आंखे
गेर को देखना मुनासिब नही
समझते
धड़कता है दिल तेरे लिए
वो दिल की सदा नही सुनते
बेइंतेहा मोहब्बत है तुमसे
लेकिन हम तुम्हे रुसवा नही
करते
Irfan...✍️ Old 1
👍1
sᴜɴᴏ
उदास दिन है मेरे गमगीन राते है
मेरे आशियाने मैं शोलो की बरसाते है
किसे कहे अपना किसे पराया कहे
यहा खंजर हाथो मैं लिए बैठे है
इल्जाम भी लगाए कतल का किस पर
यहां सब के हाथ लहू से रंगे दिखते है
irfan...✍️
उदास दिन है मेरे गमगीन राते है
मेरे आशियाने मैं शोलो की बरसाते है
किसे कहे अपना किसे पराया कहे
यहा खंजर हाथो मैं लिए बैठे है
इल्जाम भी लगाए कतल का किस पर
यहां सब के हाथ लहू से रंगे दिखते है
irfan...✍️
❤1
Suno
लूटा दिया अपना सारा वक्त
क्या तुझे एहसास नही
अफसोस इस बात का है के
तेरे पास मेरे लिए वक्त नही
Irfan...✍️ 3:2:24 11:00am
लूटा दिया अपना सारा वक्त
क्या तुझे एहसास नही
अफसोस इस बात का है के
तेरे पास मेरे लिए वक्त नही
Irfan...✍️ 3:2:24 11:00am
sᴜɴᴏ
अगर उन्हें लफ्जो मैं
लिखना आसान होता
तो वो कोई किस्सा नही
मेरा ही एक हिस्सा होता
Irfan...✍️
अगर उन्हें लफ्जो मैं
लिखना आसान होता
तो वो कोई किस्सा नही
मेरा ही एक हिस्सा होता
Irfan...✍️
👍1
Suno
कद्र ना हो तो एहसासों को भी दबा देना चाहिए
ना समझे जज्बातों को तो खामोश हो जाना चाहिए
Irfan...✍️
कद्र ना हो तो एहसासों को भी दबा देना चाहिए
ना समझे जज्बातों को तो खामोश हो जाना चाहिए
Irfan...✍️
sᴜɴᴏ
जिस पर रब की रहमत हो
वो खजाना नही मांगता
मोहब्बत करने वाला कभी
मोहब्बत नही मांगता
जिस मेहबूब को मिल जाए
आशिक का साथ
फिर वो रब से और कुछ
नही मांगता
है इंतजार मैं इरफान आज
भी तेरे
क्योंकि उभरता सूरज कभी
इजाजत नही मांगता
irfan...✍️
जिस पर रब की रहमत हो
वो खजाना नही मांगता
मोहब्बत करने वाला कभी
मोहब्बत नही मांगता
जिस मेहबूब को मिल जाए
आशिक का साथ
फिर वो रब से और कुछ
नही मांगता
है इंतजार मैं इरफान आज
भी तेरे
क्योंकि उभरता सूरज कभी
इजाजत नही मांगता
irfan...✍️
sᴜɴᴏ
कभी तु मेरे खयालों में आया
कभी तुम्हारे ख्वाबों ने सताया
मुझे सताने के लिए तुमने
हर एक हुनर आजमाया
तुमसे मोहब्बत करने के
बाद हमे ये मालूम हुआ
जख्म बेहिसाब दिए है तुम
ने हर सितम आजमाया
irfan...✍️
कभी तु मेरे खयालों में आया
कभी तुम्हारे ख्वाबों ने सताया
मुझे सताने के लिए तुमने
हर एक हुनर आजमाया
तुमसे मोहब्बत करने के
बाद हमे ये मालूम हुआ
जख्म बेहिसाब दिए है तुम
ने हर सितम आजमाया
irfan...✍️
सुनो तो
मशवरा तो यहां लोग मुफ्त में दे देते है
पूछा क्या आप भी इसपर अमल करते है
Irfan...✍️
28/4/24 sunday 7:45pm
मशवरा तो यहां लोग मुफ्त में दे देते है
पूछा क्या आप भी इसपर अमल करते है
Irfan...✍️
28/4/24 sunday 7:45pm
sᴜɴᴏ
लगा कर मेरे बोलने पर पाबंदी
उसने मुझे लिखना सीखा दिया
जब भी लिखी मैने कोई शायरी
लफ्जों ने उसका चेहरा बना दिया
irfan...✍️
लगा कर मेरे बोलने पर पाबंदी
उसने मुझे लिखना सीखा दिया
जब भी लिखी मैने कोई शायरी
लफ्जों ने उसका चेहरा बना दिया
irfan...✍️
👍1
sᴜɴᴏ
चढ़ता सूरज जाते जाते
सियाह रात दे गया
अपनी जगह वो हर घर
रोशन चिराग कर गया
irfan...✍️
चढ़ता सूरज जाते जाते
सियाह रात दे गया
अपनी जगह वो हर घर
रोशन चिराग कर गया
irfan...✍️
👍1
Suno
वर्क पर जो उतारे थे अल्फाज
पर उसका नाम ना दिया
लिखना चाहा था किरदार उसका
लेकिन कलम ने साथ ना दिया
जाहिर कैसे करता उसकी वफा को
में अपने अल्फाजों मैं
जब मेरे वजूद ने ही मेरा साथ ना दिया
irfan...✍️
वर्क पर जो उतारे थे अल्फाज
पर उसका नाम ना दिया
लिखना चाहा था किरदार उसका
लेकिन कलम ने साथ ना दिया
जाहिर कैसे करता उसकी वफा को
में अपने अल्फाजों मैं
जब मेरे वजूद ने ही मेरा साथ ना दिया
irfan...✍️
👍1
sᴜɴᴏ
निगाहों ही निगाहों मैं
अनकही बात हो जाती है
नजर उठे तो कतल और
झुके तो हया हो जाती है
लब ए तबस्सुम जो लरजती है
गुलाब की कालिया खिलती है
जो तेज लेती है वो सांसे
बादे सबा भी मुस्कुराती है
महक सांसों की उनकी
खुशबू फैला जाती है
तेरा खयाल आते ही मेरे
चेहरे पर मुस्कान आती है
कब होगी मुलाकात तुमसे
ये सोच कर सुकून ले जाती है
यही सोच कर खुश हों जाते है
ख्वाबों मैं मुलाकात हो जाती है
irfan...✍️
निगाहों ही निगाहों मैं
अनकही बात हो जाती है
नजर उठे तो कतल और
झुके तो हया हो जाती है
लब ए तबस्सुम जो लरजती है
गुलाब की कालिया खिलती है
जो तेज लेती है वो सांसे
बादे सबा भी मुस्कुराती है
महक सांसों की उनकी
खुशबू फैला जाती है
तेरा खयाल आते ही मेरे
चेहरे पर मुस्कान आती है
कब होगी मुलाकात तुमसे
ये सोच कर सुकून ले जाती है
यही सोच कर खुश हों जाते है
ख्वाबों मैं मुलाकात हो जाती है
irfan...✍️
❤1
sᴜɴᴏ
मेरी मोहब्बत वो समझ ना सके
तड़प दिल की पहचान ना सके
मुख्तसर सी थी जिंदगी हमारी
वो है के साथ निभा ना सके
बेवफा उसे कहे या अपने नसीब
को हम उसकी वफा का प्याला
पी ना सके
शायद कुछ कमी थी मेरी
मोहब्बत मैं
हम खुद उनकी मोहब्बत के
काबिल हो ना सके
वो तो सुना गए दास्तान
मजबूरी की
और हम वफा का सेहरा पहन
ना सके
irfan...✍️
मेरी मोहब्बत वो समझ ना सके
तड़प दिल की पहचान ना सके
मुख्तसर सी थी जिंदगी हमारी
वो है के साथ निभा ना सके
बेवफा उसे कहे या अपने नसीब
को हम उसकी वफा का प्याला
पी ना सके
शायद कुछ कमी थी मेरी
मोहब्बत मैं
हम खुद उनकी मोहब्बत के
काबिल हो ना सके
वो तो सुना गए दास्तान
मजबूरी की
और हम वफा का सेहरा पहन
ना सके
irfan...✍️
sᴜɴᴏ
खुदा ना करे किसी को
इतना इश्क तड़पाए
मोहब्बत उसी से करना
जो दिल की बात बताए
वक्त की भी अहमियत
बे शुमार है मोहब्बत मैं
मशरूफियत मैं भी थोड़ी
उनसे गुफ्तगू हो जाए
फिक्र भी कर लिया करो
अपने मेहबूब की
के उसको तुम्हारी मोहब्बत
का एहसास हो जाए
वफा करना पहले खुद
फिर वफा की उम्मीद करना
ऐसे ना हो के तुम से पहले
वो बेवफा हो जाए
माना रूठना तो अदा है
इसी रूठने मैं जुदा ना होजाए
Irfan...✍️
खुदा ना करे किसी को
इतना इश्क तड़पाए
मोहब्बत उसी से करना
जो दिल की बात बताए
वक्त की भी अहमियत
बे शुमार है मोहब्बत मैं
मशरूफियत मैं भी थोड़ी
उनसे गुफ्तगू हो जाए
फिक्र भी कर लिया करो
अपने मेहबूब की
के उसको तुम्हारी मोहब्बत
का एहसास हो जाए
वफा करना पहले खुद
फिर वफा की उम्मीद करना
ऐसे ना हो के तुम से पहले
वो बेवफा हो जाए
माना रूठना तो अदा है
इसी रूठने मैं जुदा ना होजाए
Irfan...✍️
👍2❤1
सुनो तो
दिन के उजालों में भी है
रात के अंधेरों में भी है
एक रोशन है सितारा जो
हमारी पनाहों में भी है
Irfan...✍️
5/5/2024 sunday 4:50 pm
दिन के उजालों में भी है
रात के अंधेरों में भी है
एक रोशन है सितारा जो
हमारी पनाहों में भी है
Irfan...✍️
5/5/2024 sunday 4:50 pm
Suno
फासले बढ़ गए कुछ फैसले से
अपने नही रहे मेरे जो अपने थे
Irfan...✍️
6/5/24 monday 2 10 pm
फासले बढ़ गए कुछ फैसले से
अपने नही रहे मेरे जो अपने थे
Irfan...✍️
6/5/24 monday 2 10 pm
❤1
sᴜɴᴏ
कतल हो या इश्क हो
मुकम्मल करो मुझसे
दोनो सूरत में मुझे फना
होना है तेरे नाम से
irfan...✍️
कतल हो या इश्क हो
मुकम्मल करो मुझसे
दोनो सूरत में मुझे फना
होना है तेरे नाम से
irfan...✍️
sᴜɴᴏ
था बड़ा नाजुक सा दिल
इस नादान का
इसमें दिल में हम क्या क्या
और रखते
गम रखते दर्द रखते या
फरियाद रखते
बसा कर तुम्हे दिल मैं
तेरी यादों का कारवां रखते
irfan...✍️
था बड़ा नाजुक सा दिल
इस नादान का
इसमें दिल में हम क्या क्या
और रखते
गम रखते दर्द रखते या
फरियाद रखते
बसा कर तुम्हे दिल मैं
तेरी यादों का कारवां रखते
irfan...✍️
sᴜɴᴏ
तड़प रहा हूं में देखने को
चेहरा मेरे यार का
देखो बादल भी दे रहा है
पहरा मेरे चांद का
irfan...✍️
तड़प रहा हूं में देखने को
चेहरा मेरे यार का
देखो बादल भी दे रहा है
पहरा मेरे चांद का
irfan...✍️
👍1
Suno
उसने मुझे कुछ इस तरह परेशान क्या
पहले बात की फिर नजर अंदाज क्या
Irfan...✍️
8/5/24 wednesday 10:55pm
उसने मुझे कुछ इस तरह परेशान क्या
पहले बात की फिर नजर अंदाज क्या
Irfan...✍️
8/5/24 wednesday 10:55pm